
सफ़र देहरादून से छत्तीसगढ़
सफ़र देहरादून से छत्तीसगढ़: safar dehradun se chhattisgarh , हे, मैं जानता हूँ की आप यह जानने के लिए बहुत ही
उत्सुक होंगे की मेरा यह सफ़र देहरादून से छत्तीसगढ़: safar dehradun se chhattisgarh तक का सफ़र कैसा रहा ?
इस सफ़र को करते समय मैंने कैसे-कैसे अद्भुत दृश्य देखे और मेरा कैसा अनुभव रहा ?
इस बात को मैं आप सब के सामने साझा करना चाहता हूँ !!
अगर मैं समय बचाने की बात करुँ तो वैसे आपके लिए सबसे बेहतर हवाई जहाज़ का सफ़र रहेगा क्यूंकि उसमें आपका काफ़ी समय भी बचता है,
बड़ी ऊंचाई में विंडो सीट के पास बैठकर आप ऊंचाई का मज़ा तो ले सकते है
पर आपको शायद वो मज़ा न मिल पाए जो रेल में मिले और जिसमे थोड़ा बहुत सफ़र आपको बस में भी करना पड़े तब तो सफ़र का मज़ा मनो डबल हो जायेगा।
जैसा की आप बोलते ही है ” सोने पे सुहागा ” हमेशा सफ़र की शुरुआत लोग अपने-अपने तरीके से करते है सफ़र के लिए लोग अपनी जरुरत की चीज़ो को पूरा करते है,
जो उन्हें सफ़र के लिए जरुरी चाहिए होती है, अगर आप सफ़र करते है तो आप बखूबी जानते होंगे।
“बस का सफ़र”
आज देहरादून से दिल्ली का सफ़र बस से करने जा रहा हूँ सुबह देहरादून के ठन्डे वातावरण में बस में
खिड़की वाली सीट में बैठ कर सफ़र का मज़ा कौन नहीं लेना चाहेगा भला आप भी ऐसा मौका क्यूँ छोड़ेंगे खिड़की वाली सीट की बात ही कुछ और है।
ठंडी-ठंडी हवा का लुफ्त लेकर सफ़र करते हुए एक शहर से दूसरे शहर जाना “भाई बहुत मज़ा आता है”।
अपने समय को देखते हुए बस अपने स्टॉप को छोड़ते हुए चल पड़ती है दिल्ली के रास्ते, रास्ते में कुछ ऐसे अद्भुत दृश्य घने जंगल, ऊंची-नीची इमारतें,
कच्ची-पक्की कुछ जगहों के सड़को पर चलते हुए उनको पार करते हुए बहुत सुन्दर सड़क (हाईवे) पर जा पहुंचते है
जो सीधे और कुछ दाये-बाये मोड़ के साथ जा मिलती है,
दिल्ली शहर में, बस दिल्ली जाते समय एक स्टॉप पर रूकती है “खतौली” जहाँ वह कम से कम तीस मिनट के लिए रूकती है।
देहरादून से दिल्ली पहुंचने के लिए छः घंटे का समय लगता है और इन छः घंटो में आप थकोगे तो ही लेकिन आपको मज़ा भी बहुत आएगा।
“दिल्ली से छत्तीसगढ़”
अब अगला सफ़र आता है “दिल्ली से छत्तीसगढ़ ” जो की बहुत बड़ा और अत्यधिक मज़ेदार होने वाला है।
यह सफ़र आपकी तय की गयी रेलगाड़ी पर निर्भर करता है।
हर रेलगाड़ी का अपना निर्धारित समय है दिल्ली से छत्तीसगढ़ तक पहुंचने का कोई रेलगाड़ी 16 घंटे लेती है, कोई 20, तो कोई 22 सबका अपना समय है,
और सबकी अपनी-अपनी सुविधा है, आपका रेल सफ़र “दिल्ली से छत्तीसगढ़” आपके द्वारा चुने हुए रेलवे स्टेशन से जैसे नई दिल्ली या हज़रत निज़मुद्दीन से शुरू होकर आखिरी स्टेशन रायगढ़ में जाके समाप्त होता है।
सफ़र के दौरान कुछ स्टेशन ऐसे है जहां रेलगाड़ी कुछ-कुछ मिनट के लिए रूकती है और हर स्टेशन पर उनके प्रसिद्ध व्यंजन, मिठाई, और फल है,
जिन्हे आप चखे बिना नहीं रह सकते छत्तीसगढ़ भी एक पर्यटक स्थल में से एक माना जाता है,
वहां घूमने के लिए आपको कई स्थान मिलेंगे जैसे की: कैलाश गुफा, गंगरेल बांध, सिरपुर, बम्लेश्वरी मंदिर, नवागढ़ और भी ढेर सारी जगह है घूमने के लिए आप जो चाहे घूम सकते है,
यहां का बम्लेश्वरी मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध है जो डोंगरगढ़ में है और यह मंदिर बहुत ही ऊंचाई पर है मंदिर 1600 फुट की ऊंचाई पर स्तिथ है,
मंदिर की इस ऊंचाई तक पहुंचने के लिए आपके लिए लिफ्ट सुविधा भी है
आप लिफ्ट द्वारा मंदिर तक आसानी से पहुंच सकते है और नीचे भी लिफ्ट द्वारा आसानी से उतर सकते है।
माता बम्लेश्वरी के मंदिर की बहुत मान्यता है आपको एक बार माता बम्लेश्वरी के दर्शन जरूर करने चाहिए।
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